शनिवार, 31 दिसंबर 2011

नव वर्ष और संकल्प


नव वर्ष की शुभकामनाएं मेरे सभी मित्रों और मेरे visitors को , नए साल की शुरू आत पर हर व्यक्ति हर जीव और एक राष्ट्र में नयी ऊर्जा का संचार होता है और जब नयी ऊर्जा का संचार होता है ब्यक्ति कुछ नया करने का और नयी सोच और एक संकल्प का उदय होता है ,यदि ब्यक्ति की बात करें तो में ही वो ब्यक्ति हो सकता हूँ , तो में इस वर्ष ज्यादा से ज्यादा ब्लॉग लिखने का प्रयास करूँगा और ज्यादा से ज्यादा प्रभावी और में जो लिखूंगा उस पर अमल करने का भी प्रयास करूँगा ,और यदि राष्ट्र की बात करें तो किसी देश का भला तभी हो सकता है जब उसके नागरिको को संकल्प लेना चाहिए कि जो भूले , गलतियाँ हुई है , वो इस आने वाले समय में वो न हों ,२०११ को देखा जाय तो पूरी तरह भ्रष्टाचार वर्ष के रूप में देखा जाये तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी क्यूँ कि जब घोटालो कि खबर पता चलती तो ये लगता कि जैसे राजनीती के मैदान के खिलाडी एक दुसरे का रिकॉर्ड तोड़ रहे हों ,और एक दुसरे से कह रहे हों कि तुझे में बड़ा चोर बनने नही दूंगा ,,,,, चाहे वो commonwealth game घोटाला हो , 2g spectrum घोटाला हो ,करनाटक सरकार द्वारा हुआ घोटाला,या फिर बॉम्बे का आदर्श सोसाइटी घोटाला हो ,
इन घोटालो के कारन हमारी जाँच agencies का दुरपयोग देश लिए घातक है , शर्म की बात तब है जब इन घोटालो के खिलाफ आवाज उठाई जाती है , तो इन आवाज उठाने वालो को इस तरह से दबाया जाता है कि आगे से कोई दोबारा भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज ही नही उहाये ,लेकिन इन भ्रष्टाचारियों से में कहना चाहूँगा यदि नही संभले तो ये कदम रुकेंगे नही, क्यों कि संसद से जन संसद बड़ी है , और यदि भारत के नागरिक भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत जन लोकपाल कि मांग करती है तो सरकार की पहली जिम्मेदारी है की जो लोग इन गतिविधियों में लिप्त है उन्हें कारावास तक भेजे और एक मजबूत लोकपाल बिल लाये ,
और दूसरी और कुछ आतंकवादी गतिविधियाँ जो की न्याय के मंदिर तक पहुँच चुकी है , ये इस नए वर्ष में न हों ,
इस नए वर्ष पर एक सकल्प लें की हम भ्रष्टाचार और आतंकवाद मुक्त भारत बनायेंगे ,,,,,,
वन्दे मातरम
दिब्यांग देव शर्मा

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